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अ
अंहोयुवस्तन्व०
अक्रविहस्ता
अग्न
ओजिष्ठम्
अग्निं विश्वा
अग्निं स्तोमेन
अग्निं होतारं
अग्नि: पूर्वेभि
अग्नि घृतेन
अग्निनाग्निः
अग्निना तुर्वशम्
अग्निना
रयिम्
अग्नि तं मन्ये
अग्नि दूतं वृणी०
अग्निमग्निं
अग्निमच्छा
अग्निमीळेन्यं
अग्निमीळे |
मं
V.
V.
V.
I.
V.
I.
I.
V.
I.
I.
I.
V.
I.
I.
V.
V.
I.
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सू.
15.
62.
10.
71.
14.
127.
1.
14.
12.
36.
1.
6.
12.
12.
1.
14.
1.
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मं.
3
6
1
7
1
1
2
6
6
18
3
1
1
2
4
5
1 |
89
183
74
402
86
410
302,
303,
337,
377
87
380
388
302,
303,
338,
377
58
379
379
35
87
301,
303,
313,
335,
377 |
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अग्निरीशे
अग्निर्जातो
अग्निर्जुषत
अग्निर्ददाति
अग्निर्देवेषु
अग्निर्नो यज्ञ मुप०
अग्निर्हि वाजिनं
अग्निर्होता कवि०
अग्निर्होतादास्व०
अग्निर्होता
न्यसी०
अग्निस्तुविश्रव०
अग्न कदा त
अग्ने चिकिद्धच०
अग्ने त्वं नो
अग्ने देवाँ इहांवह
अग्ने नेमिरराँ
अग्ने पावक
अग्ने यं यज्ञ-
मध्वरम्
अग्ने विश्वेभिरा
अग्ने शर्ध महते
अग्ने शुक्रेण
अग्ने सहन्तमा०
अग्ने सुखतमे रथे |
IV.
V.
V.
V.
V.
V.
V.
I.
V.
V.
V.
IV.
V.
V.
I.
V.
V.
I.
V.
V.
I.
V.
I.
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55.
14.
13.
25.
25.
11.
6.
1.
9.
1.
25.
7.
22.
24.
12.
13.
26.
1.
26.
28.
12.
23.
13. |
8
4
3
6
4
4
3
5
2
6
5
2
4
1
3
6
1
4
4
3
12
1
4
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158
87
84
113
112
78
59
303,
348,
379
71
36
112
363
107
110
379
85
115
302,
303,
339,
377
116
123
381
108
382
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